बदायूं। में ईद-ए-जहरा का पर्व हर्षोल्लास से मनाया गया। लोगों ने अपने घरों में कढ़ाइयां चढ़ाईं और विभिन्न तरह के व्यंजन बनाए। शीर, पुड़िया आदि का जमकर आनंद लिया।
गुरूवार को जनाब फहीम हैदर साहब की जानिब से इमामबाड़ा मुत्तक़ीन बदायूं में जलसा मुनक़ीद किया गया। अड़सठ दिन गम के बाद शिया समुदाय में उल्लास का माहौल देखने के लिए मिला। इमामबाड़ा मुत्तक़ीन बदायूं में हुए जलसे में जनाब
फहीम हैदर साहब ने कहा कि आज के दिन रसूल अलैहे की बेटी शहजादी फातिमा का घर कर्बला के मैदान में उजाड़ ने वाले आतंकवादी का पुतला जलाया जाता है। जनाब अनवर आलम साहब ने ईद ए ज़हरा पर रोशनी डालते हुए कहा कि आज का दिन बहुत ही खुशियों से भरा है। आज रसूल अलैहे के बारहवें उत्तराधिकारी इमाम मेहंदी की ताजपोशी की गई। आले रसूल को सताने वाले जालिम और जाबिर बादशाह का सिर कलम करके हजरत मुख्तार ने इमाम सज्जाद अलैहे के सामने भेजा था। जिससे उनके चेहरे पर कई वर्षों के बाद मुस्कुराहट आई थी।