
संभल। कोविड वैक्सीन की सुरक्षा को एक तरफ तो पुलिस मुस्तैद है। वहीं स्वास्थ्य विभाग भी तकनीकी तौर पर अलर्ट मोड में है। ईविन तकनीक के जरिए वैक्सीन के तापमान पर नजर रखी जा रही है। यह तकनीक लाभार्थी तक उच्च गुणवत्ता वाली वैक्सीन पहुंचाने में मददगार साबित हो रही है।
वैक्सीन को निर्धारित तापमान पर रखा जाता है। वरना उसके खराब होने की आशंका रहती है। कोविड वैक्सीन को लेकर भी ऐसी ही आशंकाएं थी, लेकिन यहां ईविन तकनीक (इलेक्ट्रॉनिक वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क) के जरिए वैक्सीन कोल्ड चेन की पहले से ही निगरानी की जा रही है। इसमें जिला स्तरीय कोविड वैक्सीन कोल्ड चेन कक्ष से लेकर जिला अस्पताल, सभी सीएचसी आदि शामिल हैं। सभी जगह वैक्सीन का तापमान ऑनलाइन रहता है। तापमान अगर असामान्य होता है तो जिला स्तर से लेकर दिल्ली, लखनऊ बैठे अधिकारियों को तत्काल पता चल जाता है। इसका बड़ा फायदा यह होता है कि समय रहते तापमान को दुरुस्त कर लिया जाता है।
—–
ईविन एप ऐसे करता है काम:
ईविन मोबाइल एप भारत सरकार ने यूएनडीपी (संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम) के तकनीकी सहयोग से विकसित किया है। इसके तहत सिम और मैमोरी कार्ड युक्त टेम्प्रेचर लॉगर वैक्सीन के फ्रिज में लगाया जाता है। फ्रिज का तापमान निर्धारित सीमा 2-8 डिग्री से कम या ज्यादा होने पर कोल्ड चेन हैंडलर, चिकित्सा अधीक्षक और जिला स्तर पर वैक्सीन कोल्ड चेन मैनेजर अरशद रसूल को अलर्ट मिल जाता है। ऐसा होने पर समय रहते वैक्सीन को सुरक्षित कर लिया जाता है। इसके अलावा प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर बैठे अधिकारियों को भी तत्काल पता चल जाता है। इससे विभाग को वैक्सीन की निगरानी करने में सुविधा रहती है। इस तकनीक की मदद से पिछले एक साल में 16 लाख रुपए की वैक्सीन को खराब होने से बचाया गया है।
