
11 हजार वोल्ट लाइन का सर्वे नहीं दिखा पाया बिजली विभाग
उझानी डिवीजन के बादुल्लागंज में बिजली लाइन का मामला
बदायूं। उझानी डिवीजन के गांव बादुल्लागंज में बिजली लाइन का मामला उलझा हुआ है। फिलहाल धान की खेती पर प्रभाव पड़ रहा है। फसल लेट होने की आशंका से किसानों की चिंता बढ़ती जा रही है।
ट्यूबवेल और गांव की लाइन को अलग किया जा रहा है। इसलिए 11 हजार वोल्ट की लाइन बिछाने का काम चल रहा है। चकरोड को छोड़कर लाइन खेतों में डालने से नाराज किसानों ने 16 जून को शिकायत की थी। कार्यदायी संस्था का कहना है कि सर्वे के आधार पर काम किया जा रहा है, जबकि किसानों को अब तक सर्वे नहीं दिखाया गया है।
शिकायत पर काम रोक दिया गया था, लेकिन आठ बिंदुओं पर अभी जांच शुरू नहीं की गई है। बिजली लाइन चकरोड से गुजरेगी या फिर खेतों से, इस पर फिलहाल भ्रम की स्थिति बनी हुई है। किसानों का कहना है कि शिकायत की बिंदुवार जांच की जानी चाहिए। इसमें जो भी दोषी हो, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। बिजली विभाग की ढील से किसान धान की पौध नहीं बो पा रहे हैं। इससे धान की खेती लेट हो जाएगी। धान की पैदावार और आमदनी पर भी असर पड़ेगा।
उझानी डिवीजन के अधिशासी अभियंता अश्वनी वर्मा का कहना है कि बादुल्लागंज में लाइन से पूरब दिशा में चकरोड है तो लाइन वहीं से निकाली जाएगी। इसके लिए राजस्व विभाग से पत्राचार किया जा रहा है। किसानों की अन्य शिकायतों पर भी जांच कराकर उचित कार्रवाई की जाएगी।