“धरती हमारी माँ है, इसका संरक्षण हमारा कर्तव्य है”
विश्व पृथ्वी दिवस के अवसर पर एचपी इंटरनेशनल स्कूल, बदायूं में पर्यावरण संरक्षण को समर्पित विविध रंगारंग एवं जागरूकता-प्रधान कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। विद्यालय परिसर आज हरियाली, उत्साह और चेतना से सराबोर दिखाई दिया।
कार्यक्रम की शुरुआत – नन्हे हाथों से हरियाली की ओर
कार्यक्रम की शुरुआत किंडरगार्टन के बच्चों द्वारा पौधारोपण से हुई, जो कोऑर्डिनेटर निगार सैयद के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। जब इन नन्हे हाथों ने पौधों को सींचा, तो ऐसा प्रतीत हुआ मानो प्रकृति स्वयं मुस्कुरा उठी हो।
रचनात्मकता और चेतना का संगम
कक्षा 1 से 5 तक के विद्यार्थियों ने विभिन्न गतिविधियों में उत्साहपूर्वक भाग लिया –
- पोस्टर मेकिंग
- स्लोगन लेखन
- चित्रकला प्रतियोगिता
- नुक्कड़ नाटक
इन कार्यक्रमों ने बच्चों के अंदर छिपे पर्यावरण प्रेम को उजागर किया और उन्हें सृजनात्मकता के माध्यम से पर्यावरण के प्रति जागरूक किया।
शिक्षिकाओं का योगदान सराहनीय
इन गतिविधियों की सफलता में शिक्षिकाओं अनामिका, अंजली, अंकिता, रिचा, गीता, अर्चना और मोनिका की अहम भूमिका रही, जिन्होंने विद्यार्थियों को सही दिशा प्रदान की।
बच्चों के नारे बने संदेशवाहक
- “ना प्लास्टिक का उपयोग करें, ना पृथ्वी को बीमार करें!”
- “एक पेड़, सौ सुख!”
- “हर बच्चा एक पौधा – यही है हरियाली का वादा!”
प्रबंधन का संदेश – भविष्य की चिंता, आज का संकल्प
विद्यालय के निदेशक श्री शिवम पटेल ने अपने प्रेरणात्मक संबोधन में कहा –
“पृथ्वी केवल एक ग्रह नहीं, बल्कि जीवन का आधार है। यदि हम इसका सम्मान और संरक्षण नहीं करेंगे, तो हमारा भविष्य संकट में पड़ सकता है।”
वहीं, विद्यालय की निदेशिका श्रीमती सेजल पटेल ने एक नई पहल की घोषणा की –
“अब हर छात्र अपने नाम का एक पौधा लगाएगा और उसकी देखभाल करेगा। इसे हम ‘ग्रीन HP मिशन’ के नाम से प्रारंभ कर रहे हैं, जिससे स्कूल परिसर को और अधिक हरित
एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक आंदोलन
एचपी इंटरनेशनल स्कूल का यह आयोजन केवल एक सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं था, बल्कि यह एक सशक्त संदेश था –
“अगर आज की पीढ़ी जागरूक होगी, तो कल की धरती सुरक्षित होगी।”
“चलो मिलकर संकल्प लें – पृथ्वी को बचाएं, जीवन को बचाएं!”
अगर चाहो तो मैं इसे पोस्टर या प्रजेंटेशन फॉर्मेट में भी बना सकता हूँ।