जैविक खेती अपनाए
गोबर और गोमूत्र बहुमूल्य, बर्बादी न करें – गोसेवा आयोग सदस्य
बदायूँ, 21 अगस्त। उत्तर प्रदेश गोसेवा आयोग के माननीय सदस्य रमाकान्त उपाध्याय ने विकास भवन सभागार में आयोजित जिला स्तरीय अनुसंधान, मूल्यांकन एवं समीक्षा समिति की बैठक की अध्यक्षता की। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि गोवंश संरक्षण में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और सड़कों पर कोई भी निराश्रित गोवंश नजर नहीं आना चाहिए।

उन्होंने कहा कि गोबर और गोमूत्र बहुमूल्य हैं। गाय के मूत्र में बर्बरीन नामक तत्व पाया जाता है, जिससे कैंसर होने की संभावना समाप्त हो जाती है। उन्होंने सुझाव दिया कि सहभागिता योजना के अंतर्गत गौ पालकों को सब्सिडी पर बायोगैस संयंत्र उपलब्ध कराए जाएं ताकि किसान जैविक और प्राकृतिक खेती की ओर अग्रसर हो सकें।
रमाकान्त उपाध्याय ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि कुपोषित गोवंशों की देखभाल, चारे की गुणवत्ता और स्वच्छ पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार गोवंश संरक्षण को लेकर पूरी तरह संकल्पित है।
उन्होंने खंड विकास अधिकारियों से कहा कि किसानों को प्राकृतिक व जैविक खेती के लिए प्रेरित करने हेतु अपने-अपने कार्यालयों में नमामि गंगे, यूपी डास्प, कृषि एवं उद्यान विभाग के अधिकारियों के साथ बैठकें करें।

मुख्य विकास अधिकारी केशव कुमार ने बताया कि जनपद में 294 ग्रामीण क्षेत्र, 3 काजी हाउस, 5 वृहद गो-संरक्षण केंद्र, 3 कान्हा आश्रय स्थल और 12 अस्थायी गोवंश आश्रय स्थल संचालित हैं। इसके अलावा 7,833 गोवंश मुख्यमंत्री निराश्रित गोवंश सहभागिता योजना के तहत सुपुर्द किए गए हैं, जबकि कुल 34,357 गोवंश संरक्षित किए जा चुके हैं।
मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारी डॉ. समदर्शी सरोज ने जानकारी दी कि जनपद में 5 वृहद गो-संरक्षण केंद्र और 3 कान्हा आश्रय स्थल निर्माणाधीन हैं, जिन्हें शीघ्र ही संचालित कर दिया जाएगा। इसके अलावा 5 और कान्हा पशु आश्रय स्थल एवं 5 वृहद गो-संरक्षण केंद्र के लिए भूमि चयन की कार्यवाही चल रही है।
बैठक से पूर्व आयोग सदस्य ने विभिन्न गौशालाओं का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया और अधिकारियों को बेहतर प्रबंधन के निर्देश दिए। बैठक उपरांत उन्होंने मीडिया से भी वार्ता की।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी (प्रशासन), सभी खंड विकास अधिकारी तथा अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।




शकील भारती संवाददाता