
बदायूँ। पूर्व मंत्री आबिद रज़ा ने जिलाधिकारी व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर छोटे सरकार (हज़रत शाह विलायत) और बड़े सरकार (हज़रत सुल्तान आरफीन) दरगाहों पर आने वाले जायरीनों को बेवजह परेशान न किए जाने की मांग की है।
उन्होंने बताया कि ये दोनों दरगाहें देश की प्रसिद्ध धार्मिक स्थल हैं, जहां हिंदू, मुस्लिम, सिख व ईसाई श्रद्धालु आस्था के साथ मन्नत और रूहानी इलाज के लिए आते हैं। कई जायरीन चालीस दिन का चिल्ला करते हैं और कुछ लोग वर्षों तक रुकते हैं।
आबिद रज़ा ने स्पष्ट किया कि बांग्लादेशी, रोहिंग्या या अपराधी तत्वों की जांच उचित है और इसमें शहरवासी प्रशासन का सहयोग भी करेंगे, लेकिन भारतीय व गरीब जायरीनों को, जो धार्मिक उद्देश्य से दरगाहों पर रह रहे हैं, जांच के नाम पर परेशान न किया जाए।
उन्होंने प्रशासन से अनुरोध किया कि संबंधित अधिकारियों को इस संबंध में स्पष्ट निर्देश जारी किए जाएं।
शकील भारती संवाददाता