जब भी आता है कष्ट बच्चों पर, माॅं सभी के सॅंभाल लेती है

बदायूँ  भारतीय हिंदी सेवी पंचायत के तत्वाधान में मासिक काव्य परिसंवाद के तृतीय चरण में शिवपुरम स्थित डॉक्टर सुशील कुमार सिंह के कार्यालय पर मिशन शक्ति माह के अवसर पर संध्याकाल में एक काव्य गोष्ठी का आयोजन दास कॉलेज की पूर्व प्रोफेसर डॉक्टर कमला माहेश्वरी की अध्यक्षता तथा पूर्व उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर शैलेंद्र कुमार सिंह के आथित्य में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ सभी अतिथियों ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर किया। इस कार्यक्रम में सभी कवियों का स्वागत करते हुए स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। सर्वप्रथम चंद्रवीर सिंह द्वारा सरस्वती वंदना का पाठ किया गया।

कार्यक्रम अध्यक्ष डॉक्टर कमला माहेश्वरी ने नारी शक्ति की महत्ता पर चर्चा करते हुए कहा “कोमल है कमजोर नहीं तू शक्ति पुंज आधार है, सृष्टि रचयिता पयस्विनी तू पूज्यवरा साकार है”

कार्यक्रम के संयोजक राजवीर सिंह ‘तरंग ‘ने नारी शक्ति के अनुपम रूप माॅं पर काव्यपाठ करते हुए कहा- गर्दिशों में भी पाल लेती है,
कोई रस्ता निकाल लेती है।
जब भी आता है कष्ट बच्चों पर,
माॅं सभी को सॅंभाल लेती है।”

कवियत्री नगमा शकूर ने काव्य पाठ करते हुए कहा- “तुझे सलाम तुझे सलाम नारी शक्ति तुझे सलाम।
बात हो घर की या शासन की सदा ही तुमने अपना फ़र्ज़ निभाया है,
ठान ली अपने मन में तो फिर झंडा पर्वत पर फहराया है।”

कवि प्रभाकर सक्सेना कहा- जन्मा जिसने, जिसने पाला, वही क्यों बेगाने हैं,
मां-बाप को ही क्यों घर में, दो रोटी के लाले हैं।

चंद्रवीर सिंह ने कहा- आदि काल से सृष्टि को, पोषित करती नार।
बिन इसके संसार का, नहीं स्वप्न साकार।।

मधुप्रिया चौहान जी ने नारी शक्ति बेटी के रूप गीत प्रस्तुत करते हुए कहा- समझे वह जो सारी पीड़ा, मन को सदा टटोल।
बड़े भाग्य से मिलती है जो बेटी है अनमोल।।

इस अवसर पर विचार व्यक्त करते हुए संस्था के संस्थापक एडवोकेट हरि प्रताप सिंह राठौड़ ने कहा कि हिंदी साहित्यकारों के सम्मान के लिए भारतीय हिंदी सेवा पंचायत निरंतर प्रयासरत है। हिंदी साहित्य के लिए समर्पित भाव से कार्य कर रहे साहित्यकारों कल्याण के लिए संस्था अनेकों कार्य करके साहित्य की सेवा में अपना योगदान देती रहेगी। प्रति माह इसी तरह काव्य गोष्ठियों का आयोजन करके छिपी हुई साहित्यिक प्रतिभाओं को सम्मानित करेगी।
कार्यक्रम कृषि संचालक बदायूं जनपद के प्रसिद्ध साहित्यकार राजवीर सिंह ‘तरंग’ के द्वारा किया गया। अंत में डॉक्टर सुशील कुमार सिंह ने सभी अतिथियों का हार्दिक आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर गोष्ठी में रोहित कुमार, ललित शिवांश, एमएल गुप्ता, सुरेश पाल सिंह आदि उपस्थित रहे।

शकील भारती संवाददाता

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