महा निदेशालय स्तर से बदायूं मृतक आश्रित नियुक्ति को लेकर बनाई गई जांच कमेटी
बदायूं। मृतक आश्रित अनुकम्पा में तत्कालीन बीएसए व लिपिक राजीव कुमार शर्मा द्वारा विगत कई वर्षों से किए जा रहे भ्रष्टाचार को लेकर तमाम षिकायते शासन-प्रशासन में की गई थी। जिसमें बदायूॅ यूथस ने महानिदेषक बेसिक शिक्षा को इस सम्बन्ध में साक्ष्यों सहित अवगत कराकर मुख्यालय स्तर पर जॉच की मॉग की थी।
जिसका संज्ञान लेकर महानिदेशालय स्तर से दो सदस्यी कमेटी प्रकरण पर जॉच करने हेतु बदायूॅ भेजी। जानकारी होने पर बदायूॅ यूथस के जिला सचिव इमरान अहमद खा एक ज्ञापन लेकर बीएसए कार्यालय पहुंचे व जॉच में पीडित पक्ष को सम्मिलित होने हेतु एक ज्ञापन सौपा ताकि जॉच निश्पक्ष हो सके।
ज्ञापन को प्रभारी बेसिक शिक्षा अधिकारी, बदायूॅ गिरवर सिंह ने प्राप्त किया वही मौजूद जॉच कमेटी के सदस्यों में से एक ने पीडिता व उसके साक्ष्यों व शपथ पत्र को जॉच में सम्मिलित करने से स्पष्ट इंकार कर दिया साथ ही कहा कि बेसिक शिक्षा अधिकारी को मामले से अवगत कराए। जबकि मामला पूर्व से बेसिक शिक्षा अधिकारी बदायूॅ के संज्ञान में है।
इसके अतिरिक्त पटल सहायक के मनमाने रवैयये से भ्रष्टाचार को बढावा मिला है। इधर बदायूॅ यूथस ने महानिदेशलय से बदायूॅ भेजी गई जॉच कमेटी की एक तरफा कार्यवाही पर उंगली उठाते हुए राजकुमार पाल ने कहा कि जॉच में केवल खाना पूरी की जा रही है पीडित पक्ष को नही सुना जा रहा है पूर्व सुनियोजित आख्या बनाकर शासन को भेज दी जाएगी। जिना सचिव इमरान अहमद ने कहा कि जॉच को पारदर्षी बनाने हेतु पीडित पक्ष व उसके साक्ष्यों सहित जॉच में षामिल करना चाहीए था। जॉच कमेटी का यह रूख भ्रष्टाचार की ओर अंगित करता है। ऐसे में निश्पक्ष जॉच हो पाना मुशकिल है। संगठन ने महानिदेशक सहित उ0प्र0 के मुख्यमंत्री को मामले से अवगत कराने हेतु पत्राचार चालू किया।