बदायूं। जिला महिला अस्पताल में प्रसूताओं से उगाही का मामला कमिश्नर के पास चल रहा है। भ्रष्टाचार के इस मामले में कमिश्नर ने जब डीएम से रिपोर्ट मांगी हुई तो अधिकारी चकरघिन्नी बन गए हैं। जांच अधिकारी जिला राजस्व अधिकारी ने दूसरे दिन फिर पहुंचकर जांच पड़ताल की है। साथ ही डाक्टरों के बयान दर्ज किये हैं, अभी एक दिन की जांच पड़ताल बाकी है। इसके बाद फाइनल जांच रिपोर्ट डीएम को सौंपी जायेगी।
गुरुवार को जिला महिला अस्पताल में सुबह 11 बजे फिर से जिला राजस्व अधिकारी जीत सिंह राय पहुंच गए। उन्होंने तीन घंटे सीएमएस कार्यालय में बैठकर जांच पड़ताल की है, उन्होंने सीएमएस डॉ. इंदुकांत वर्मा से पहले तो शिकायत के अनुसार लगाये गये आरोपों के बारे में जानकारी हासिल की। इसके बाद एक-एक करके चार-पांच डाक्टरों के बयान दर्ज किये हैं।
बता दें कि 11 दिसंबर को युवा मंच के संगठन के संस्थापक ध्रुवदेव गुप्ता ने कमिश्नर से शिकायत की थी। जिसमें कहा था कि महिला अस्पताल में खुला भ्रष्टाचार चल रहा है। डाक्टर और स्टाफ प्रसूताओं से उगाही करता है,कई डाक्टरों पर अपने निजी अस्पताल में ले जाकर उपचार करने का आरोप लगाया है। इस मामले की जांच जिला राजस्व अधिकारी जीत सिंह राय कर रहे हैं बीते दिन भी जांच पड़ताल की थी। अब डाक्टरों के बयान दर्ज किये हैं, जिसमें संविदा डाक्टरों ने साफ कह दिया है कि उनको प्राइवेट प्रैक्टिस करने की छूट है। वह किसी मरीज को लेकर नहीं जाते हैं।