मां का दूध बताया गया जीवन रक्षक अमृत
बदायूं, 01 अगस्त। विश्व स्तनपान सप्ताह के अंतर्गत मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय के एनएचएम सभागार में जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। मुख्य चिकित्साधिकारी ने कहा कि जन्म से छह माह तक शिशु को सिर्फ मां का दूध ही देना चाहिए, जिससे डायरिया, निमोनिया व कुपोषण जैसी बीमारियों से बचाव होता है।
बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. कुमार बासु ने बताया कि जन्म के पहले घंटे में शिशु को कोलेस्ट्रम (पीला गाढ़ा दूध) देना बेहद जरूरी है, जो उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। डीएचईआईओ सुधा देवी ने कंगारू मदर केयर को कम वजन वाले बच्चों के लिए लाभकारी बताया।
डीएमएचसी जितेंद्र शर्मा ने कहा कि स्तनपान न केवल बच्चे के विकास में सहायक है बल्कि मां को कई बीमारियों से भी बचाता है।
कार्यशाला में डॉ. जावेद हुसैन, डॉ. पवन जायसी, डॉ. आर.के. वर्मा, डॉ. कौशल गुप्ता समेत स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।