बिलकिस बानो के अपराधियों को रिहा किये जाने के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने किया धरना प्रदर्शन

बदायूँ। 2002 में हुए गुजरात मे बिलकिश बानो जघन्य अपराध के मामले में उम्र कैद की सजा काट रहे 11 दोषियों को राज्य सरकार द्वारा रिहा कर दिया जाना न्याय को कमजोर करता है।

प्रांतीय आवाहन पर  बिलकिस बानो मामले में जिला कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग जनपद बदायूं के चेयरमैन चौधरी वफाती मिया के नेतृत्व में मुख्य

न्यायाधीश सर्वोच्च न्यायालय भारत को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी की अनुपस्थिति में तहसीलदार न्याय को सौंपा बड़ी संख्या में आज कांग्रेस के कार्यकर्ता जुलूस की शक्ल में नारेबाजी करते हुए जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे और ज्ञापन दिया इस मौके पर उपस्थित
संगठन के चेयरमैन चौधरी वफाती मियां ने कहा कि इस दंगे में बिलकिस बानो के परिवार के 14 लोगों की निर्गम हत्या कर दी गई थी और उनके साथ सामूहिक बलात्कार हुआ और उनकी 3 साल की बच्ची को बेरहमी से कत्ल कर दिया गया था और उनके पेट में पल रहे 5 माह के भ्रूण की हत्या भी कर दी गई थी उस समय गुजरात में बीजेपी की सरकार थी और दोषी लोग सरकार के नेताओं के करीबी थे इसलिए इस केस की सीबीआई जांच कराई गई थीऔर सभी आरोपी दोषी पाए गए मामला मुंबई हाई कोर्ट में चला और वहां उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई आज सारा देश आजादी का 75 वा महोत्सव मना रहा है। और देश के प्रधानमंत्री उस समय गुजरात के मुख्यमंत्री थे प्राचीन लाल किले से भाषण देते हैं। कि महिलाओं का सम्मान होगा उनकी सुरक्षा होगी आपकी सरकार ने उनके ११ दोषियों को विधि व नियम विरुद्ध आजाद कर दिया

इस मौके पर उपस्थित महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सुनीता सिंह और उपाध्यक्ष उपासना सिंह चौहान ने कहा कि जिस तरीके से गुजरात में हिंदूवादी संगठनों ने उन दोषियों का फूल माला पहनाकर स्वागत किया मिठाई बांटी गई इससे यह साफ जाहिर होता है। कि दोषी अपने अपराध पर कोई शर्मिंदगी महसूस नहीं कर रहे हैं। और वे आगे भी ऐसी जघन्य अपराध करने के लिए मानसिक तौर पर तैयार हैं । उन्होंने कहा कि इस मामले में एक दोषी राधेश्याम सहा सर्वोच्च न्यायालय गया था और अपनी रिहाई की अपील की थी जिस पर सर्वोच्च न्यायालय ने फैसला राज्य सरकार के विवेक पर छोड़ दिया था राज सरकार का निर्णय मनमाना रहा और उसने सभी 11 दोषियों को रिहा करा दिया जबकि घटना जघन्य की श्रेणी में आती है।
इस मौके पर मौजूद बदायूं विधानसभा की प्रत्याशी रही रजनी सिंह एडवोकेट ने कहा कि मुख्य न्यायाधीश सर्वोच्च न्यायालय से अनुरोध है। कि आप न्याय के संरक्षक होने के नाते इन दोषियों की रिहाई की राज्य सरकार के आदेश को निरस्त कर न्यायपालिका में लोगों के भरोसे को पुनः बहाल करें इस मौके पर मौजूद कांग्रेस के अध्यक्ष ठाकुर ओंकार सिंह, इकरार अली , सोशल मीडिया से शशांक राठौर, ऐराज चौधरी, बाबू चौधरी, मास्टर मोहम्मद निजाम, इसहाक खान, आदिल भाई, उपहार रस्तोगी, अरबाज रजि , सोशल मीडिया के जिलाध्यक्ष पंडित आकाश पाठक, हाजी नुसरत अली, सलीम अंसारी, सुरेश सिंह राठौर एडवोकेट, लालमिया चौधरी, जिला उपाध्यक्ष शमशाद हुसैन, अकरम मियां, महासचिव डॉ राम रतन पटेल , उपाध्यक्ष धर्मवीर सिंह एडवोकेट , नईम खान, उपहार रस्तोगी, जाबिर हुसैन, कल्लू ,इसरार अली, अनोखे, वीरपाल , आदि लोग मौजूद रहे।

शकील भारती ब्यूरो चीफ

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