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शनल इंटीग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन (NIMA) यूनानी फोरम, उत्तर प्रदेश द्वारा यूनानी डे का भव्य आयोजन
संयोजक डॉ. शकील अंसारी ने देश और प्रदेश में इतना बड़ा कार्यक्रम आयोजित कर बदायूं का नाम रोशन किया
बदायूं, 27 फरवरी 2025: नेशनल इंटीग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन (NIMA) यूनानी फोरम, उत्तर प्रदेश द्वारा यूनानी डे के अवसर पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन यूनिक गार्डन, बदायूं में किया गया। यह समारोह महान स्वतंत्रता सेनानी और यूनानी चिकित्सा के प्रणेता हकीम अजमल खान साहब की 157वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया, जिसमें देशभर से आए हुए प्रतिष्ठित यूनानी चिकित्सकों, शिक्षाविदों और समाजसेवियों ने भाग लिया।
मु
ख्य अतिथि का प्रेरणादायक संबोधन
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रोफेसर अनवर सईद (अध्यक्ष, ऑल इंडिया यूनानी तिब्बी कॉन्फ्रेंस, उत्तर प्रदेश) ने अपने संबोधन में कहा:
“यूनानी चिकित्सा केवल हमारी विरासत नहीं है, बल्कि आज भी लाखों लोगों के लिए एक प्रभावी और सफल उपचार प्रणाली है। हमें इसे और अधिक विकसित करने और आधुनिक वैज्ञानिक अनुसंधान के साथ समन्वय स्थापित करने की आवश्यकता है। यह देखकर बहुत खुशी हो रही है कि यूनानी चिकित्सा से जुड़े चिकित्सक और संस्थाएं इसके प्रचार-प्रसार और उन्नति के लिए सक्रिय रूप से कार्य कर रहे हैं।”
प्रो
फेसर अनवर सईद को यूनानी चिकित्सा शिक्षा में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए “मसीह-उल-मुल्क हकीम अजमल खान अवार्ड” से सम्मानित किया गया।
प्रोफेसर मोहम्मद मज़ाहिर आलम (सदस्य, बोर्ड ऑफ एथिक्स एंड रजिस्ट्रेशन, NCISM) ने यूनानी चिकित्सा में नैतिकता और पंजीकरण की आवश्यकता पर प्रकाश डाला और HPR (हेल्थकेयर प्रोफेशनल रजिस्ट्रेशन) की उपयोगिता को स्पष्ट किया।
डॉ. अब्बास अली खान (डिविजनल यूनानी अधिकारी, बरेली) ने कहा:
“यूनानी चिकित्सा की स्थिरता के लिए सभी चिकित्सकों को एकजुट होकर कार्य करना होगा। सरकार और चिकित्सा संगठनों को मिलकर इसके प्रचार-प्रसार के लिए ठोस कदम उठाने होंगे।”
डॉ. उमर जहांगीर (एसोसिएट प्रोफेसर, जामिया हमदर्द, दिल्ली) ने यूनानी चिकित्सा में शैक्षणिक विकास और अनुसंधान की आवश्यकता पर जोर दिया।
डॉ. राजनीश कुमार (अध्यक्ष, NIMA, दिल्ली) और डॉ. इसरार अहमद अंसारी (अध्यक्ष, NIMA यूनानी फोरम, दिल्ली) ने यूनानी चिकित्सा के विकास में संगठनों की भूमिका पर प्रकाश डाला।
संयोजक डॉ. शकील अंसारी ने देश और प्रदेश में इतना बड़ा कार्यक्रम आयोजित कर बदायूं का नाम रोशन किया।
कार्यक्रम के संयोजक डॉ. शकील अहमद (अध्यक्ष, NIMA यूनानी फोरम, उत्तर प्रदेश) ने कहा:
“यूनानी चिकित्सा के प्रचार-प्रसार के लिए हमें संगठित होकर कार्य करना होगा। यह केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि यूनानी चिकित्सा की स्थिरता और उन्नति की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। मैं इस सफल आयोजन में शामिल सभी अतिथियों, डॉक्टरों और प्रशासनिक समिति के सभी सदस्यों का हृदय से धन्यवाद करता हूं।”
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युक्त संयोजक डॉ. जाहिद हुसैन (कोषाध्यक्ष, NIMA यूनानी फोरम, उत्तर प्रदेश) और डॉ. आई.एम. तब्बाब (सचिव, NIMA, उत्तर प्रदेश) ने भी सभी सहयोगियों का धन्यवाद किया और भविष्य में ऐसे और कार्यक्रम आयोजित करने का संकल्प व्यक्त किया।
गणमान्य अतिथियों और भाग लेने वाले डॉक्टरों का धन्यवाद
इस ऐतिहासिक समारोह में उत्तर प्रदेश, दिल्ली और कई अन्य राज्यों से यूनानी चिकित्सा से जुड़े विशेषज्ञ, चिकित्सक और समाजसेवी शामिल हुए।
बरेली, मुरादाबाद, मेरठ, हापुड़, शाहजहांपुर, पीलीभीत, उन्नाव, सिकंदराराऊ, कासगंज, अलीगढ़, लखनऊ, अमरोहा, संभल, देवबंद, गाज़ियाबाद, नोएडा और दिल्ली के चिकित्सा विशेषज्ञ इस कार्यक्रम में शामिल हुए।
बदायूं और आसपास के चिकित्सा विशेषज्ञों ने भी इस कार्यक्रम में विशेष रूप से महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। टीम सहसवान (SADA), टीम ककराला, टीम दातागंज, टीम इस्लामनगर, टीम उझानी, टीम सैदपुर, टीम अलापुर और बदायूं शहर की टीम ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
इस अवसर पर विभिन्न श्रेणियों में “हकीम अब्दुल हमीद बेस्ट टीचर अवार्ड – 2025” और “मसीह-उल-मुल्क हकीम अजमल खान अवार्ड – 2025” से प्रतिष्ठित व्यक्तियों को सम्मानित किया गया।
हकीम अब्दुल हमीद बेस्ट टीचर अवार्ड – 2025
यूनानी मेडिकल टीचिंग: डॉ. उमर जहांगीर (जामिया हमदर्द, दिल्ली)
पैरामेडिकल एजुकेशन: प्रोफेसर सहराब अहमद खान
हकीम अब्दुल हमीद बेस्ट फैमिली फिजिशियन अवार्ड – 2025
डॉ. इरफान अहमद (दिल्ली)
डॉ. नईम सिद्दीकी (बरेली)
डॉ. मुजीबुर्रहमान (सहसवान)
मसीह-उल-मुल्क हकीम अजमल खान अवार्ड – 2025
सामाजिक सेवा: डॉ. मोहम्मद फाजिल (बरेली)
सर्वश्रेष्ठ यूनानी मेडिकल एजुकेशन: डॉ. अनवर सईद
इस भव्य आयोजन को सफल बनाने में निम्नलिखित लोगों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई:
डॉ. आरिफ हुसैन, डॉ. जीशान, डॉ. खुर्रम, डॉ. सलीम अनवर, डॉ. मुजीबुर्रहमान, डॉ. हैकल नकवी, डॉ. अरशद अली, डॉ. सैफुर्रहमान, डॉ. दानिश, डॉ. मनान, डॉ. सलीम, डॉ. सबूर खान, डॉ. सलमान क़ुतुब, डॉ. शारिक हनीफ, डॉ. हस मियां, डॉ. जुबैर, डॉ. गुलफाम, डॉ. महाराज, डॉ. नईम, डॉ. रिजवान, डॉ. खालिद नदीम, डॉ. निगार आलम, डॉ. अफरोज, डॉ. कादिर, डॉ. राशिद अंसारी, डॉ. आज़ाद, डॉ. एम.आर. खान, डॉ. गज़ला, डॉ. राबिया, डॉ. मुनीर अख्तर, डॉ. हिना, डॉ. शहला, डॉ. मुदस्सिर, डॉ. तौहीद, डॉ. क़मर इकबाल, डॉ. इशरत, डॉ. फ़हीम, डॉ. अकरम, डॉ. अरीब खान, डॉ. सुहैल खान, डॉ. शमा परवीन, डॉ. सबीहा आदिल, डॉ. इमरान ग़ाज़ी, डॉ. अज़हर, डॉ. सबा खान, डॉ. फैज़ान
“यूनानी चिकित्सा के विकास के लिए यह केवल एक शुरुआत है। सभी चिकित्सकों, शिक्षाविदों और समाजसेवियों को मिलकर इसे आधुनिक चिकित्सा प्रणाली के साथ और अधिक प्रभावी बनाना होगा।