
बदायूं, 15 अक्टूबर
राजकीय मेडिकल कॉलेज, बदायूं में “विश्व एनाटमी दिवस” बड़े ही उत्साह और गरिमा के साथ मनाया गया। इस अवसर पर मेडिकल छात्रों और शिक्षकों ने मानव शरीर रचना के महत्व तथा चिकित्सा शिक्षा में इसकी भूमिका पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कॉलेज के प्रधानाचार्य डा. अरुण कुमार ने की। उन्होंने कहा कि “एनाटमी चिकित्सा शिक्षा की नींव है। एक कुशल चिकित्सक बनने के लिए इसका गहन ज्ञान आवश्यक है।”

इस अवसर पर एनाटमी विभाग द्वारा एनाटोमिकल रंगोली प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें एम.बी.बी.एस. बैच 2025 के छात्रों ने मानव शरीर के विभिन्न अंगों को आकर्षक रंगोली के माध्यम से प्रस्तुत किया।
जज रहे:
डा. अरुण कुमार (प्रधानाचार्य),
डा. नेहा सिंह (उप-प्रधानाचार्य),
डा. सुचेता यादव (विभागाध्यक्ष, पैथोलॉजी),
डा. पारूल सक्सेना (सहायक आचार्य, एनाटमी)।
प्रतियोगिता परिणाम:
प्रथम स्थान: Foetus in Womb – अर्पिता, अनुराधा, लोकेश
द्वितीय स्थान: L.S of Kidney – इमान, चित्रा, अशिंका
द्वितीय स्थान (समान): Female Reproductive System – तनु, श्रुति, गुंजित
तृतीय स्थान: Severity of Smoking on Lungs – कृष्णेश, कृष्णा गुप्ता, आदित्य वर्मा
कार्यक्रम का सफल संचालन डा. मुकत्याज हुसैन (विभागाध्यक्ष, एनाटमी) के निर्देशन में हुआ। आयोजन में डा. एस.के. मिश्रा, डा. अर्जित गंगवार, डा. फैज, डा. मयंक गर्ग, प्रमोद बेदी, रूबी गुप्ता, पुष्पेंद्र पाल, टिंकू कश्यप और अशोक कुमार आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
कार्यक्रम में डा. वेकंट नारायण, डा. मनीष कुमार, डा. श्रवण कुमार भार्गव, डा. लालेंद्र यादव एवं डा. नितेश पति तिवारी सहित कई शिक्षक उपस्थित रहे।
शकील भारती संवाददाता