बदायूँ।राजकीय मेडिकल कॉलेज, बदायूं के एनाटॉमी विभाग ने एक उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। इस वर्ष विभाग को एम.डी. एनाटॉमी (पी.जी.) की 03 सीटें स्वीकृत हुई हैं। यह उपलब्धि विभागाध्यक्ष के सतत प्रयासों, समर्पित संकाय सदस्यों और संस्थान में विकसित उच्च स्तरीय शैक्षणिक एवं शोध वातावरण का परिणाम है।
प्रधानाचार्य डॉ. अरुण कुमार ने इस सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि एनाटॉमी विभाग को पी.जी. सीटें मिलना न केवल कॉलेज के लिए गौरव की बात है, बल्कि यह प्रमाण है कि GMC बदायूं की शैक्षणिक गुणवत्ता लगातार मजबूत हो रही है।
उन्होंने कहा—
“हमारी प्राथमिकता हमेशा गुणवत्तापूर्ण मेडिकल शिक्षा, उत्कृष्ट प्रशिक्षण वातावरण और विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास पर रही है। एनाटॉमी जैसे मूलभूत विषय में पी.जी. सीटों का मिलना हमारे संस्थान की क्षमता, समर्पण और प्रगतिशील दृष्टिकोण का प्रमाण है। यह उपलब्धि आने वाले वर्षों में अधिक PG सीटें प्राप्त करने के हमारे लक्ष्य को और मजबूत करेगी।”
डॉ. कुमार ने यह भी बताया कि कॉलेज प्रशासन द्वारा बुनियादी ढाँचे, फैकल्टी सशक्तिकरण, लैब सुविधाओं तथा अकादमिक मानकों को उन्नत करने के लिए निरंतर प्रयास किए गए हैं, जिनके सकारात्मक परिणाम अब दिखाई दे रहे हैं।
विभागाध्यक्ष डॉ. मुकत्याज हुसैन ने कहा कि यह सफलता पूरे मेडिकल कॉलेज परिवार के लिए गर्व का विषय है। उन्होंने बताया कि पी.जी. सीटें मिलने से न केवल शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ेगी, बल्कि विद्यार्थियों को उच्च स्तरीय तकनीकी, प्रायोगिक एवं शोध आधारित प्रशिक्षण भी प्राप्त होगा।
एनाटॉमी विभाग में पी.जी. सीटें स्वीकृत कराने में संकाय सदस्यों प्रो. डॉ. एस.के. मिश्रा, सहायक आचार्य डॉ. अर्जित गंगवार, सहायक आचार्य डॉ. पारूल सक्सेना का विशेष योगदान रहा है।
विभाग के ट्यूटर डॉ. मयंक, डॉ. मनीष, डॉ. फैज़ खान, डॉ. मैघनाथ एवं स्टाफ श्री प्रमोद, कु. रूबी गुप्ता, श्री पुष्पेंद्र पाल, श्री टिंकू कश्यप, श्री अशोक कुमार आदि द्वारा विभाग को बेहतर बनाने में निरंतर सहयोग दिया जा रहा है।
उप-प्रधानाचार्या डॉ. नेहा सिंह, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. रितुज अग्रवाल, डॉ. रश्मि सिंह (नोडल अधिकारी, NMC), मीडिया प्रभारी डॉ. लालेंद्र यादव, श्री क्षितिज गुप्ता, श्री संदीप कुमार सिंह, शाइस्ता परवीन, ममता, रजनीश कुमार सिंह, मुकेश आदि ने भी कॉलेज को यह उपलब्धि दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
कॉलेज के संकाय सदस्यों और प्रशासन ने इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि वे भविष्य में अन्य विभागों के लिए भी और अधिक पी.जी. सीटें प्राप्त करने हेतु निरंतर प्रयासरत रहेंगे।

शकील भारती संवाददाता