बदायूँ, 03 अक्टूबर।
जिला चिकित्सालय पुरुष में शुक्रवार को इंटरनेशनल डे ऑफ ओल्डर पर्सन के अवसर पर राष्ट्रीय वृद्धा स्वास्थ्य देखभाल कार्यक्रम के तहत चिकित्सा एवं परामर्श शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रामेश्वर मिश्रा की अध्यक्षता में जनपद स्तरीय अधिकारियों और मुख्य अतिथियों द्वारा 100 वृद्धजनों को वॉकिंग स्टिक एवं वॉकर वितरित किए गए।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि वृद्धावस्था जीवन का अवश्यंभावी चरण है, जिसका सम्मान और देखभाल करना समाज का कर्तव्य है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वृद्धजनों के साथ समय बिताएँ, उनकी बात सुनें और उन्हें समझने का प्रयास करें।
शिविर में वृद्धजनों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। हड्डी रोग, मधुमेह, कान-नाक-गला, नेत्ररोग, बीपी और दंतरोग जैसी समस्याओं से ग्रस्त मरीजों को औषधियां दी गईं। चिकित्सकों ने बताया कि बढ़ती उम्र के साथ शारीरिक परिवर्तन, रक्तचाप, दमा, मधुमेह, स्ट्रोक, अल्जाइमर, टीबी, कब्ज, अवसाद और हृदयरोग जैसी बीमारियां वृद्धजनों को और कमजोर बना देती हैं, जिससे चलने-फिरने में कठिनाई होती है।
विशेषज्ञों ने कहा कि समय पर स्वास्थ्य परीक्षण और उपचार से वृद्धजनों का जीवन आसान बनाया जा सकता है। इस मौके पर उत्तर प्रदेश राजकीय सिविल पेंशन परिषद के अध्यक्ष प्यारे सिंह ने कविता सुनाकर उपस्थित वृद्धजनों का मनोरंजन किया और संदेश दिया कि शरीर भले बूढ़ा हो जाए, मन हमेशा युवा रहना चाहिए।
कार्यक्रम में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अमित वार्ष्णेय, डॉ. निरंजन सिंह, डॉ. वागीस वार्ष्णेय, डॉ. चकेश गुप्ता, डॉ. स्वतंत्रपाल सिंह और डॉ. आरती भी मौजूद रहे।


शकील भारती संवाददाता