दरगाह आला हज़रत समेत सभी ख़ानक़ाहों और क़ब्रिस्तानों में देर रात तक रही रौनक
बरेली। इबादत की शब (रात) शबे बारात को मुसलमानों ने रात भर जाग कर अल्लाह की इबादत में गुज़ारी दरगाहों,खानकाहों,मस्जिदों व क़ब्रिस्तानों में लोगो ने हाज़िरी देकर नफिल नमाज़े,दुरूद,तस्वीह,कुरान की तिलावत कर अपने रब को राज़ी किया। और अब तक जो गुनाह किये उसके लिए अल्लाह की बारगाह में सज़दा रेज़ होकर माफी तलब की। अपने घर से जो लोग इस दुनिया से रुखसत हो गए उनके लिए मग़फ़िरत की दुआ की। घरों में हलवा के अलावा तरह तरह के पकवानों पर नज़्र व नियाज़ का एहतिमाम किया गया। लोगो ने एक दूसरे से मिलकर और दूर-दराज़ के लोगो से फ़ोन व मैसेज के ज़रिए गलती की माफी तलब की।
दरगाह आला हज़रत के मीडिया प्रभारी नासिर कुरैशी ने बताया कि दरगाह आला हज़रत पर अक़ीदमंदो ने हाज़री देकर दरगाह प्रमुख हज़रत मौलाना सुब्हान रज़ा खान (सुब्हानी मिया) व सज्जादानशीन मुफ़्ती अहसन मियां से मिलकर दुआ कराई। इसके अलावा शहर के सभी प्रमुख ख़ानक़ाहों जिसमें खानकाह-ए-नियाज़िया,दरगाह शाहदाना वली,दरगाह तहसीनिया,दरगाह शाह शराफ़त अली मियां,दरगाह वली मियां,दरगाह नासिर मियां,दरगाह वामिक मियां,दरगाह बशीर मियां समेत सभी क़ब्रिस्तानों में अकीदतमंदों ने हाज़री देकर इसाले सवाब किया।