बदायूं, 18 जून। डायरिया रोको अभियान के अंतर्गत आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ सदर विधायक महेश चंद्र गुप्ता एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रामेश्वर मिश्रा ने जिला महिला चिकित्सालय, बदायूं में किया। यह अभियान 16 जून से प्रारंभ होकर 31 जुलाई तक चलेगा, जिसके अंतर्गत विभिन्न जनजागरूकता गतिविधियां संचालित की जाएंगी।
उद्घाटन कार्यक्रम में प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (आरसीएच), नोडल अधिकारी (अर्बन), जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी, अर्बन कोऑर्डिनेटर, डीएमएचसी, पीएसआई के सदस्य तथा चिकित्सालय के कर्मचारी उपस्थित रहे।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मिश्रा ने बताया कि अभियान के दौरान 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों को विशेष रूप से लक्षित किया जाएगा, विशेषकर दस्त से पीड़ित एवं कुपोषित बच्चों वाले परिवारों को प्राथमिकता दी जाएगी। आशा कार्यकर्ता अपने-अपने गांवों में 5 वर्ष तक की आयु वाले बच्चों की सूची तैयार कर चिन्हित बच्चों के घर-घर जाकर ओआरएस घोल बनाने एवं उपयोग की जानकारी प्रदान करेंगी।
दस्त से पीड़ित बच्चों को ओआरएस के दो पैकेट एवं जिंक की 14 गोलियों का को-पैकेज निःशुल्क दिया जाएगा। जिंक की खुराक उम्र के अनुसार 14 दिन तक दी जाएगी —
- 02 से 06 माह: आधी गोली (मां के दूध के साथ)
- 07 माह से 05 वर्ष: एक गोली प्रतिदिन
जिंक और ओआरएस का नियमित उपयोग डायरिया की पुनरावृत्ति की संभावना को अगले 2-3 महीनों तक कम करता है। दस्त के दौरान और बाद में भी बच्चे को स्तनपान, ऊपरी आहार व नियमित भोजन यथावत दिया जाना चाहिए।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (आरसीएच) ने बताया कि भोजन बनाने एवं खिलाने से पहले हाथों को साबुन से धोना चाहिए तथा शिशु के मल का तत्काल एवं सुरक्षित निपटान किया जाए। ओआरएस एवं जिंक आशा, एएनएम एवं नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों पर निःशुल्क उपलब्ध हैं, जिनका अधिकतम उपयोग किया जाना चाहिए।