समूह की अन्य महिलाओं को चकमा देकर समूह से लाखों रुपए उड़ा देने की संभावना

उसावां / बदायूं।  उसावा विकासखंड की ग्राम पंचायत भसुंदरा का है । जहां सरकार द्वारा एनआरएलएम विभाग के माध्यम से चलाए जा रहे स्वयं सहायता समूह का है।

बताते चलें कि कहने को तो ग्राम भसुन्दरा में तेंतीस समूह कागजों में संचालित हैं। वहीं सन 2020 में गठित रोशनी महिला स्वयं सहायता समूह का गठन किया गया था। उस समय गठन करते वक्त समूह में 10 महिलाओं को संगठित

किया गया था जिसमें उन महिलाओ ने आरोप लगाया है। कि गांव की समूह सखी ने रोशनी महिला समूह में अध्यक्ष और कोषाध्यक्ष एक ही परिवार की अपनी स्वयं की सगी मां और सगी बहन को बना लिया है और अन्य 8 महिलाओं को यह भी नहीं पता कि हमारा समूह भी चल रहा है।

मजे की बात तो यह है कि बीएमएम के द्वारा रोशनी समूह के दस्तावेज मांगे जाने पर समूह सखी ने उन्हें ही चूना लगा दिया कहा कि मेरे पास कोई दस्तावेज नहीं है। बता दें कि स्वयं सहायता समूह में जो तीन पदाधिकारी मुख्य रूप से बनाए जाते हैं उन पदाधिकारियों में तीसरे नंबर का पदाधिकारी सचिव होता है उस महिला को भी यह नहीं पता कि हम समूह के सचिव हैं।

हालां के समूह की तह तक जाने के बाद पता चला कि रोशनी महिला समूह के आठ के आठों सदस्यों को यह नहीं पता है कि हमारा समूह चल रहा है। अचानक दो-ढ़ाई साल बाद समूह की पोल खुलने पर मालूम हुआ कि हमारा समूह तो दो-दो ड्राई राशन पर लगा है। तब सभी रोशनी महिला समूह की महिलाएं हरकत में आ गईं और उन्होंने समूह सखी की मां (अध्यक्ष) से अपने समूह के दस्तावेज देखने चाहे तो समूह सखी एवं उसकी मां (अध्यक्ष) और उसकी बहन (कोषाध्यक्ष) के द्वारा समूह की किसी भी महिला को दस्तावेज दिखाने से मना कर दिया गया और दोनों मां-बेटी आग बबूला हो गईं।

फिलहाल आज शुक्रवार समय करीब 3:00 बजे खंड विकास अधिकारी उसावा के निर्देशन में ब्लॉक स्तर से सचिव हरिओम सिंह, एडीओ आईएसबी वीरपाल सिंह और ब्लॉक मिशन प्रबंधक प्रभाकर एवं विजय कुमार ने पंचायत भवन में पहुंचकर जांच शुरू की बता दें कल की भांति आज भी समूह सखी ने अपने घोटाले को आम होता देख कर महिलाओं को भड़का कर वहां से भगा दिया। रोशनी महिला समूह की महिलाओं ने बताया कि इस समूह में हमारा पैसा निकालने को लेकर हमारे द्वारा कोई प्रस्ताव पास नहीं किया गया है और ना ही हमारे द्वारा किसी प्रस्ताव पर अंगूठा निशानी या दस्खत किए गए हैं। हमें डर है कहीं हमारे इस समूह से लंबा घोटाला न कर लिया गया हो इसलिए सभी महिलाओं ने उच्च स्तरीय जांच करा कर कठोर कार्यवाही की मांग की है और अपने समूह के पैसे का बराबर बराबर सभी बहनों में लाभ वितरण कराने की भी मांग की है।

उन्होंने बताया कि हमारे समूह चलाने के लिए गांव की समूह सखी हमारी किस्त जमा कर रही थी कि अचानक समूह सखी द्वारा हमसे कहा गया कि आपका समूह बंद हो गया है आप लोग पैसा ना दें, इस तरह हम सभी बहनों को गुमराह कर समूह के प्रस्ताव पर हमारे फर्जी अंगूठे लगाकर ब्लाक मिशन प्रवन्धक से आर्थिक सांठ गांठ कर प्रस्ताव पास करा कर समूह के खाते से सारा पैसा निकाल लिया गया है।

उक्त प्रकरण में जांच कर महिलाओं ने घोटाला करने वालों पर कठोर कार्यवाही कर उनपर प्राथिमिकी दर्ज कराने की मांग की है। रोशनी महिला समूह की महिलाओं में अफसरी सचिव, राविया सदस्य, मुन्नी सदस्य, फूल जहां सदस्य, शमापरवीन सदस्य सहित गुलिस्ता वी सदस्य सहित अन्य समूह की महिलाओं में भारी आक्रोश फैल चुका है।

उधर खंड विकास अधिकारी अनिरुद्ध मिश्रा ने बताया कि हमारी टीम दो बार भसुंदरा गांव में जा चुकी हैं मगर हल्ला गुल्ला के चलते वहां कोई भी जांच स्पष्ट रूप से नहीं हो पाई है। आज भी पुलिस प्रशासन के होते हुए भी वही स्थिति रही फिलहाल जांच को लेकर बुधवार को फाइनल डिसीजन होने की संभावना जाहिर की है।

वही ब्लॉक मिशन प्रबंधक विजय कुमार से हमारे संवाददाता ने रुवरू होकर बात की तो उन्होंने बताया कि हमें रोशनी महिला समूह के दस्तावेज प्राप्त नहीं हुए हैं समूह सखी ने दस्तावेज देने से इनकार कर दिया है। वहीं मामला संदिग्ध लग रहा है उन्होंने जांच कराकर कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है।

असद अहमद रिपोर्ट  उसावां

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