बदायूं। की सदर नगर पालिका में बड़ा भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। ईओ डॉ दीप कुमार वार्ष्णेय भ्रष्टाचार के मामले में फस गए है। शासन ने कड़ा रुख अपनाते हुए उन्हें ईओ के पद से तत्काल प्रभाव से हटा दिया है। उनको अब मूल पद पशुपालन विभाग में वापस भेज दिया है। भ्रष्टाचार के मामले को देखते हुए चेयरमैन फात्मा रज़ा ने भी जांच के आदेश दे दिए है। चर्चा है कि ईओ दीप कुमार वार्ष्णेय ने निकाय चुनाव की मतगणना वाली रात 12बजे के बाद आनन फानन में एक ठेकेदार की सैपरा नाम की फर्म को करीब 94 लाख 96 हज़ार 781 रूपए का भुगतान कर दिया।
लेकिन उन्हें जानकारी थी की तत्कालीन चेयरमैन दीपमाला गोयल चुनाव हार चुकी है। और नई चेयरमैन फात्मा रज़ा चुनाव में विजय हो गई है। लेकिन फिर भी उन्होंने इतनी बड़ी रकम का मतगणना के बाद भुगतान कर दिया। ईओ दीप कुमार वार्ष्णेय की इस कार्यशैली से तमाम सवाल उठ खड़े हुए है। सूत्रों के अनुसार ऐसी ही आर्थिक गड़बड़ियों के अन्य मामले भी उजागर हो गए। जिसको देखते हुए शासन को सख्त कदम उठाना पड़ा है। सूत्रों के अनुसार ईओ दीप कुमार वार्ष्णेय एक माननीय के आशीर्वाद से पशुपालन विभाग से निकलकर ईओ की मलाईदार कुर्सी पर बैठे और उन्होंने खूब मलाई खाई भी अन्य को खिलाई भी। अब शासन ने उन्हें फिर नगर पालिका से हटाकर पशुपालन विभाग में वापस भेज दिया है। लेकिन भ्रष्टाचार मामला उजागर होने से तरह तरह की चर्चाएं जारी है। सूत्रों की माने तो भ्रष्टाचार के पिटारे से अभी और भी कई घोटाले उजागर हो सकते हैं।