बदायूँ। 5 जनवरी से बदायूं के मालवीय आवास गृह पर भू माफिया बिसौली तहसील के खिलाफ बगरैन गांव के निजी तालाब और शासकीय तालाब पर अवैध कब्जा नियम विरुद्ध मत्स्य पालन करना तालाब किनारे लगे हुए पेड़ों को जो किसानों द्वारा लगाए गए किसानों द्वारा तीन बार काटे गए अब तहसील प्रशासन भू माफियाओं के कारण इनको अपने कब्जे में लिए हुए हैं जो अनर्थ है गरीब किसानों के 96 बीघा निजी तालाब पर भी कब्जा कर आए हुए हैं मत्स्य पालन में तहसील बिसौली का पूरी हिस्सेदारी है इसकी जांच होनी चाहिए 5 जनवरी के लिए जिला मुख्यालय पर गरीब किसान धरने पर बैठेंगे।
पूर्व में भी कई बार धरने पर बैठ चुके हैं किसान लेकिन प्रशासन की तरफ से केवल तसल्ली दी गई तालाब को खाली कर दिया जाएगा आखिरकार सच को दबाने का बार-बार प्रयास किया जा रहा है। सच की लाई लड़ने के लिए सालों साल किसानों को लडना पड रह लेकिन फिर भी किसानों को कोई इंसाफ नहीं मिल रहा है जानकारी देते हुए भारतीय किसान यूनियन के राजेश सक्सेना ने कहा है कि इस लड़ाई में किसान की आवाज को बुलंद करने बह भी अपनी भूमिका निभा रहे हैं। लेकिन तहसील प्रशासन बार-बार सच को दबाने का प्रयास कर रहा है। जांच होती हैं उसके बावजूद भी तालाब माफिया से खाली नहीं करा पा रहा है।