बहजोई (संभल)। स्वास्थ्य विभाग में लापरवाह अधिकारियों और कर्मचारियों पर शिकंजा कसने की डीएम ने पूरी तैयारी कर ली है। बिना बताए ड्यूटी से गायब रहना अब आसान नहीं होगा। अब बायोमेट्रिक मशीन के जरिए हाजिरी दर्ज होगी। इस मशीन को आधार से लिंक भी किया जाएगा।
गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में स्वास्थ्य योजनाओं की विस्तार से समीक्षा की गई। सरकारी योजनाओं का पात्रों तक लाभ न पहुंचने पर डीएम मनीष बंसल ने विभागीय अफसरों के पेंच कसे। लगातार गायब रहने वाले डॉक्टर और कर्मचारियों पर नकेल कसने के लिए बायोमेट्रिक मशीन के जरिए उपस्थिति दर्ज कराने का आदेश दिया। डीएम ने कहा कि इस काम को अगले 10 दिन में पूरा कर लिया जाए।
मरीज़ों को बाहर की दवाएं लिखने पर गुन्नौर, रजपुरा, जुनावई के चिकित्सा अधीक्षकों को कड़ी चेतावनी दी। जननी सुरक्षा योजना का भुगतान कम होने पर पवासा और असमोली के चिकित्सा अधीक्षक को फटकार लगाई। पोर्टल पर योजनाओं की ठीक रिपोर्टिंग नहीं होने पर पवासा, असमोली, संभल के कंप्यूटर ऑपरेटर और निष्क्रिय आशाओं को हटाने का आदेश दिया।
कम प्रगति वाले चिकित्सा अधीक्षको को नोटिस जारी किया जाए। यहां सीडीओ उमेश कुमार त्यागी, सीएमओ डॉ पंकज विश्नोई, डॉक्टर संतोष डॉ विश्वास, डीपीएम संजीव राठौर, अरशद रसूल, डॉ दानिश, अरबाब मेहंदी, मनु तेवतिया, केपी सिंह, मोहम्मद जावेद समेत विभिन्न विभागों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
भ्रष्ट डॉक्टर जाएंगे जेल
डीएम मनीष बंसल ने कहा कि उन्हें लगातार शिकायत मिल रहे हैं कि पोस्टमार्टम और मेडिको लीगल में जमकर फर्जीवाड़ा हो रहा है। इसको किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ऐसे डॉक्टरों को सीधे जेल भेजा जाएगा। साथ ही अन्य कार्रवाई के लिए शासन को लिखा जाएगा।
शकील भारती ब्यूरो चीफ




