जिले में क्षयरोगी की खोज के लिए ज़िला स्वास्थ्य विभाग सक्रिय

बदायूँ मे 9 सितंबर  से 20 सितम्बर तक चलाया जाएगा इस अभियान के तहत घर-घर जाकर संदिग्ध क्षय रोगियों का सर्वे किया जाएगा  इस अभियान में एएनएम एवं आशा कार्यकतरी क्षय रोगियों को खोजने का कार्य करेंगी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ रामेश्वर मिश्रा ने बताया कि प्रधानमंत्री के वर्ष 2025 तक टी बी मुक्त भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत सक्रिय क्षयरोगी खोज अभियान कैंपेन पूरे पूरे प्रदेश में 20 सितम्बर तक चलाया जाएगा  जिसके अंतर्गत जनपद बदायूं में अनाथालय, वृद्धाश्रम ,बाल संरक्षण गृह, नवोदय विद्यालय, ज़िला कारागार,मदरसा इत्यादि में टी बी के संदिग्ध मरीजों की स्क्रीनिंग एवं बलगम जांच क्षय रोग विभाग के स्टाफ द्वारा कराई जाएगी, इस कार्यक्रम के अंतर्गत जिले की 20% आबादी ली गई है जिसमें 302 टीम का गठन किया गया है 72 सुपरवाइजर नियुक्त किए गए हैं इस अभियान की मॉनिटरिंग ए. सी.एम.ओ, डिप्टी सी.एम.ओ द्वारा की जाएगी जिला क्षयरोग अधिकारी डॉ विनेश कुमार ने बताया की जनपद शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र की मलिन बस्तियों, घनी आबादी, एवं हाई रिस्क क्षेत्र में टी बी के संदिग्ध मरीजों की स्क्रीनिंग एवं बालगाम की जांच की जाएगी। ज़िला क्षयरोग अधिकारी ने बताया कि टी बी के नए मरीजों के मिलने पर उनका 24 घंटे मे उपचार प्रारंभ कर उन्हें डीबीटी के माध्यम से पोषण हेतू ₹500 प्रतिमाह सरकारी सहायता प्रदान की जाएगी यह ₹500 पोषण युक्त भोजन के लिए सरकार द्वारा दिया जाता है। क्षय रोगियों की 6 माह टी बी की दवा चलेगी और मरीजों को 6 माह तक ₹500 प्रति माह की सहायता प्रदान की जाएगी।इस अभियान के अंतर्गत घर-घर जाकर लोगों को टी बी के लक्षणों जैसे 1) दो हफ्ते से ज्यादा खांसी 2) खसते समय बलगम के साथ खून आना 3) सीने में दर्द की शिकायत होना 4) 15 दिन से लगातार बुखार आना 5) लगातार वजन कम होने की शिकायत ऐसे लोगों की तत्काल बलगम की जांच कराई जाएगी इस कार्यक्रम की सफलता के लिए ज़िला क्षयरोग अधिकारी डॉक्टर विनेश कुमार ने सभी जनमानस से सहयोग की अपील की है।

 शकील भारती संवाददाता

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