बदायूं में शोक की लहर। विभिन्न संगठनों, साहित्यकारों ने दी भावभीनी श्रृद्धांजलि।
बदायूं। उत्तराखंड कैडर के 2005 बैच के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी केवल खुराना का आज दुखद निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार थे और आज उन्होंने मैक्स हॉस्पिटल, साकेत, दिल्ली में अंतिम सांस ली। उनके निधन से पुलिस विभाग और उनके शुभचिंतकों में शोक की लहर दौड़ गई है।
केवल खुराना अपनी कर्तव्यनिष्ठा, अनुशासन और उत्कृष्ट प्रशासनिक क्षमता के लिए जाने जाते थे। उनके नेतृत्व में कई महत्वपूर्ण मामलों का सफल निपटारा हुआ। उनकी ईमानदारी और समर्पण के कारण उन्हें पुलिस सेवा में विशेष सम्मान प्राप्त था।
केवल खुराना बदायूं निवासी समाजसेवी, साहित्यकार और व्यवसायी अशोक खुराना के पुत्र थे। वह एक प्रतिष्ठित साहित्यकार भी थे और उन्होंने कई लेख और पुस्तकें लिखी थीं। उनके निधन से बदायूं ने एक बड़ी प्रतिभा को खो दिया, जिसकी भरपाई संभव नहीं है। उनके निधन की खबर मिलते ही बदायूं में शोक की लहर फैल गई। संवेदना व्यक्त करने के लिए सैकड़ों लोग उनके आवास पर पहुंच गए।
शहर के विभिन्न संगठनों और गणमान्य व्यक्तियों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके योगदान को याद किया। अरशद रसूल ने गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा, “केवल खुराना न केवल एक उत्कृष्ट अधिकारी थे बल्कि एक अच्छे इंसान भी थे। उन्होंने अपनी पूरी सेवा में अनुशासन और ईमानदारी का परिचय दिया। उनका निधन समाज और साहित्य के लिए अपूरणीय क्षति है।”
शोक व्यक्त करने वालों में अक्षत अशेष, सोनरूपा विशाल, डाॅ. इसहाक तबीब, खालिद नदीम, समर बदायूंनी, सुरेंद्र नाज, शम्सुद्दीन शम्स, कुमार आशीष सहित कई लोग शामिल रहे।