
बदायूं।
10 जून को राष्ट्रीय पत्रकार परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री देवेंद्र मिश्रा के आह्वान पर समूचे उत्तर प्रदेश में एकजुटता दिखाई दी। इसी क्रम में जनपद बदायूं में भी पत्रकारों ने जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर एक ज्ञापन सौंपा, जिसे अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट ने ग्रहण किया।

ज्ञापन में उल्लेख किया गया कि दिनांक 2 जून की रात्रि में बांदा इकाई के युवा जिलाध्यक्ष पत्रकार श्री नीरज निगम के साथ जो अन्यायपूर्ण व्यवहार हुआ, वह न केवल निंदनीय है बल्कि पत्रकारिता की गरिमा पर भी आघात है। बिना किसी प्रारंभिक जांच के सीओ सिटी और सिविल लाइन चौकी प्रभारी द्वारा अभद्रता, गाली-गलौज और रातभर थाने में हिरासत—यह लोकतांत्रिक मूल्यों का खुला अपमान है।

फर्जी एफआईआर (संख्या 0509) दर्ज कर नीरज निगम को झूठे केस में फंसाने का जो षड्यंत्र रचा गया, उसके पीछे सक्रिय अराजक तत्वों—ऋषभ यादव पुत्र फूल सिंह, प्रदीप सिंह पुत्र विजय बहादुर सिंह, और नितेश श्रीवास्तव (जागरण)—पर त्वरित और कठोर कार्रवाई की मांग की गई।
साथ ही, इस पूरे मामले की जांच किसी स्वतंत्र और उच्चाधिकारी से कराए जाने तथा सीओ सिटी श्री राजीव प्रताप सिंह एवं चौकी प्रभारी श्री शिव रतन गुप्ता के विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई की भी मांग की गई।
पत्रकारों की यह एकजुटता स्पष्ट संकेत है कि जब कलम पर वार होगा, तो हर जनपद से आवाज़ बुलंद होगी। न्याय की उम्मीद लिए, बदायूं की ज़मीन आज फिर एक सच की पुकार बनी।
शकील भारती संवाददाता