बदायूँ। दरगाह सागरताल नवादा रोड स्थित दरगाह कुत्बे औलिया हज़रत मज़ाक मियां साहब रहमतुल्लाह अलैह पर हर साल की तरह इस वर्ष भी 3 से 5 अक्टूबर तक 135वां तीन रोज़ा सालाना उर्स मनाया जाएगा। दरगाह परिसर में साफ़-सफ़ाई, रंगाई-पुताई और अन्य तैयारियां जोरों पर हैं।
दरगाह के सज्जादानशीन सय्यद मोहम्मद फ़ज़ल अली शाह ने बताया कि उर्स का आग़ाज़ 3 अक्टूबर शुक्रवार को सुबह फ़ज्र की नमाज़ के बाद कुरआन-ख़्वानी की महफ़िल से होगा। पहले दिन चादर शरीफ़ दरगाह से उठकर हज़रत सैय्यद हसन शेख़ शाही रोशन ज़मीर और हज़रत सुल्तान आरफ़ीन बड़े सरकार की दरगाह में पेश की जाएगी। इसके बाद दरगाह मज़ाक मियां साहब पर महफ़िले लोबान, सलाम, दुआ, मीलाद-ए-पाक और महफ़िले समा का आयोजन होगा।
दूसरे दिन 4 अक्टूबर (शनिवार) को सुबह कुरआन-ख़्वानी और मीलाद-ए-पाक के बाद मोहल्ला क़ाज़ी टोला स्थित सज्जादानशीन के मकान से चादर शरीफ़ उठेगी, जो शहर में गश्त करने के बाद दरगाह पहुंचेगी। वहां अव्वल कुल शरीफ़ की रस्म के साथ महफ़िले समा आयोजित होगी।
तीसरे दिन 5 अक्टूबर (रविवार) को दूसरे कुल शरीफ़ की रस्म के बाद मीलाद-ए-पाक और महफ़िले समा होगी। इसके बाद तीसरे कुल शरीफ़ की रस्म अदा कर उर्स का समापन किया जाएगा।
सज्जादानशीन सय्यद फ़ज़ल अली शाह ने बताया कि उर्स में दूर-दराज़ से आने वाले अकीदतमंदों और जायरीन के लिए ठहरने व खान-पान का विशेष इंतज़ाम किया गया है। दावत-नामा भी भेजे जा रहे हैं।


