गांव में स्वास्थ्य कैंप लगाने की मांग को लेकर कांग्रेस नेताओं ने सीएमओ से की मुलाकात
बदायूँ। सलारपुर विकासखंड के गांव निजामपुर प्रस्तोर में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों ने विकराल रूप ले लिया है। पिछले 10 दिनों में तीन लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि दर्जनों ग्रामीण बीमार होकर बदायूँ और बरेली के निजी अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं।
कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष व पूर्व ग्राम प्रधान चौधरी वफाती मियां अपने साथियों संग 28 सितंबर को मुख्य चिकित्सा अधिकारी रामेश्वर मिश्रा के आवास पहुंचे और ज्ञापन सौंपकर गांव में स्वास्थ्य कैंप लगाने की मांग की।
ज्ञापन में कहा गया कि अब तक शमीम पुत्र खुशबू, अख्तरी पुत्री बसीर और इदरीश पुत्र जान मोहम्मद की मौत हो चुकी है। वहीं कई गरीब परिवार इलाज के लिए असमर्थ हैं और झोलाछाप डॉक्टर इलाज के नाम पर मोटी रकम वसूल रहे हैं।

चौधरी वफाती मियां ने मांग की कि गांव में कम से कम तीन दिन का स्वास्थ्य शिविर लगाया जाए, जिसमें जांच, मुफ्त दवा वितरण और बीमारी फैलने के कारणों की रोकथाम की व्यवस्था हो। साथ ही दवा छिड़काव और सफाई व्यवस्था पर भी प्रशासन को ध्यान देने की जरूरत है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने आश्वासन दिया कि शीघ्र ही गांव में स्वास्थ्य कैंप लगाकर जांच व उपचार की व्यवस्था की जाएगी।
इस दौरान कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के पूर्व प्रदेश सचिव सैयद जाबिर ज़ैदी, जिला वक्ता कार्तिक रघुवंशी, जिला महासचिव आलोक सिंह, अल्पसंख्यक विभाग के शहर अध्यक्ष बंन्ये खाँ, मोहम्मद मोहसिन सहित कई कांग्रेसी नेता मौजूद रहे।


शकील भारती संवाददाता